उसके बगल वाली सीट पर एक महिला अपने बच्चे के साथ बैठी हुई थीमहिला के हाथ में टिफिन था जिसमे हलवा रखा हुआ था.
वह बच्चे को हलवा खिलाने की कोशिश कर रही थी पर बच्चा खाना नहीं चाहता था,नखरे कर रहा था. महिला बार-बार बच्चे से कह रही थी :बेटा, जल्दी से हलवा खा लो नहीं तो मैं इसे बगल में बैठे अंकल को दे दूँगी.
बच्चे को शायद भूख नहीं थी इसलिए वह टिफिन की तरफ देख भी नहीं रहा था.
महिला बार-बार वही बात दोहरा रही थी : जल्दी से खा लो वरना हलवा अंकल को दे दूंगी..जब काफी देर हो गई तो Group Admin bola – बहनजी,
आपको जो फैसला करना है, जल्दी कीजिए..
वह बच्चे को हलवा खिलाने की कोशिश कर रही थी पर बच्चा खाना नहीं चाहता था,नखरे कर रहा था. महिला बार-बार बच्चे से कह रही थी :बेटा, जल्दी से हलवा खा लो नहीं तो मैं इसे बगल में बैठे अंकल को दे दूँगी.
बच्चे को शायद भूख नहीं थी इसलिए वह टिफिन की तरफ देख भी नहीं रहा था.
महिला बार-बार वही बात दोहरा रही थी : जल्दी से खा लो वरना हलवा अंकल को दे दूंगी..जब काफी देर हो गई तो Group Admin bola – बहनजी,
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आपके
हलवे के चक्कर
में मैं 4 स्टॉप
आगे आ गया
हूँ !!